Kerala Bagless Day: केरल के बच्चों की पीठ पर पड़ने वाले भारी बोझ को कम करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब जल्द ही राज्य के स्कूलों में हर महीने कम से कम चार दिन ऐसे होंगे, जब बच्चों को अपना पूरा स्कूल बैग नहीं ले जाना पड़ेगा।
![Bagless Days in Kerala](https://currentedu365.in/wp-content/uploads/2024/07/Bagless-Days-in-Kerala-1024x576.webp)
मुख्य बिंदु
- बच्चों के भारी स्कूल बैग की समस्या: केरल में बच्चों को भारी स्कूल बैग ले जाने की समस्या है।
- सरकार का कदम: राज्य सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है।
- बैग-फ्री डे: हर महीने कम से कम चार दिन बच्चे बिना बैग स्कूल जा सकेंगे।
- बैग का वजन सीमित: स्कूल बैग के वजन को भी निर्धारित किया गया है।
- उद्देश्य: बच्चों की सेहत का ध्यान रखना और पढ़ाई पर फोकस बढ़ाना।
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दरअसल, पिछले कुछ समय से अभिभावकों और शिक्षाविदों की तरफ से बच्चों के भारी स्कूल बैग्स की समस्या पर काफी शिकायतें मिल रही थीं। इस पर गौर करते हुए राज्य सरकार ने अब एक बड़ा फैसला लेने की तैयारी कर ली है।
शिक्षा मंत्री वी. शिवकुमार ने बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए सरकार कई उपायों पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के भारी स्कूल बैग की समस्या को लेकर कई शिकायतें और सुझाव मिल रहे हैं।
मंत्री ने बताया कि बच्चों के बोझ को कम करने के लिए पहले ही पाठ्यपुस्तकों को दो भागों में बांटकर दिया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी स्कूल बैग का वजन ज्यादा होने की शिकायतें आ रही हैं।
सरकार ने अब कक्षा 1 के छात्रों के स्कूल बैग का वजन 1.6 से 2.2 किलो और कक्षा 10 के छात्रों के बैग का वजन 2.5 से 4.5 किलो के बीच रखने के निर्देश जारी करने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा, राज्य के स्कूलों में हर महीने कम से कम चार दिन ‘बैग-फ्री डे’ का भी विचार किया जा रहा है।
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बैग-फ्री डे का प्लान
अब हर महीने कम से कम चार दिन बच्चे बिना बैग के स्कूल जा सकेंगे।
बैग का वजन भी सीमित होगा
कक्षा एक से दस तक के बच्चों के बैग का वजन तय कर दिया गया है।
बच्चों को मिलेगी राहत
उम्मीद है कि इससे बच्चों की पीठ पर से बोझ कम होगा।